व्यंग्य यात्रा का नया अंक जुलाई-सितंबर 2011
इस अंक में आप पढ़ सकते हैं
पाथेय में -
सूरज प्रकाश द्वारा अनूदित जाॅर्ज आॅर्वेल
का संपूर्ण उपन्यास ‘एनिमल फार्म’
तंबी दुरई के मराठी व्यंग्य
तट की खोज में-
स्तंभ लेखनः दशा और दिशा पर
ज्ञान चतुर्वेदी, अशोक चक्रधर, आलोक
पुराणिक,शरद उपाध्याय, अविनाश वाचस्पति
अतुल चतुर्वेदी आदि के विचार
त्रिकोणीय में ः
विष्णु नागर पर केंद्रित
विष्णु नागर का आत्मकथ्य, रचनाएं
राधेश्याम तिवारी से बातचीत
विष्णु नागर पर रमेश उपाध्याय,
तरसेम गुजराल एवं अजय अनुरागी के आलेख
तथा असगर वजाहत, लीलाधर मंडलोई एवं
मदन कश्यप की टिप्पणियां
व्यंग्य रचनाएं में
जवाहर चैधरी, गिरीश पंकज के उपन्यास अंश
सुबोध कुमार श्रीवास्तव, हरिपाल त्यागी, शशि सहगल
गौतम सचदेव, राजेंद्र राजन, लालित्य ललित, प्रेम विज
संदीप सक्सेना,वीरेंद्र जैन, सुदर्शन कुमार सोनी आदि
सूर्यीानु गुप्त, राम मेश्राम, रमेश तैलंग की गजलें
आलोचना/समीक्षा में
सूर्यबाला पर करुणाशंकर उपाध्याय का आलेख
दिविक रमेश, प्रताप सहगल, नरेंद्र मोहन,
कैलाश मंडलेकर, शशांक अत्रे आदि की पुस्तकों की समीक्षा