श्रीलाल शुक्ल पर केंद्रित
'व्यंग्य यात्रा' का
शीघ्र प्रकाश्यआगामी अंक
संपादकः प्रेम जनमेजय
पाथेय में
श्रीलाल शुक्ल, रवींद्रनाथ त्यागी
'राग दरबारी' का पुनर्पाठ
नित्यानंद तिवारी ,निर्मला जैन ,ज्ञान चतुर्वेदी
साक्षात श्रीलाल शुक्ल
व्यंग्य की टैरेटरी बढ़ी है
श्रीलाल शुक्ल से गोपाल चतुर्वेदी, शेरजंग गर्ग,
ज्ञान चतुर्वेदी एवं प्रेम जनमेजय की बातचीत
आओ बैठ लें कुछ क्षण - प्रेम जनमेजय
टूटती हुई सीमाएं
कृष्णदत्त पालीवाल ,मुरली मनोहर प्रसाद सिंह,
भारत भारद्वाज ,सुवास कुमार आदि
'राग दरबारी' का राग-विराग
खगेन्द्र ठाकुर ,राजेश जोशी ,हरि मोहन,
सूर्यबाला,अरमेन्द्र कुमार श्रीवास्तव,,सत्यकेतु सांकृत,
सुरेश कांतसंतोष खरे ,अनुराग वाजपेयी ,आशा जोशी
कुछ महत्वपूर्ण पड़ाव
हरजेन्द्र चैधरी,जवाहर चैधरी ,निर्मला एस. मौर्य,
देवशंकर नवीन ,विनोद शाही,अरविंद विद्रोही आदि
कुछ रंग, कुछ राग
कन्हैयालाल नंदन,रामशरन जोशी ,गंगाप्रसाद विमल
गोपाल चतुर्वेदी,कमलेश अवस्थी,शेरजंग गर्ग अशोक चव्रफधर ,
दामोदर दत्त दीक्षित,अलका पाठक तेजेन्द्र शर्मा,
अनूूप श्रीवास्तव ,साधना शुक्ल ललित लालित्य
अधोक आनंद रामविलास शास्त्राी आदि
जीवन ही जीवन, तथा श्रीलाल शुक्ल का पुस्तक संसार
संपर्कः 73 साक्षर अपार्टमेंटस, ए-3
पश्चिम विहार नई दिल्ली - 110063
फोन ः 981115440
2 टिप्पणियां:
आपसे आग्रह है कि पुराने अंकों को इंटरनेट पर भी प्रकाशित करने का सिलसिला प्रारंभ करें ताकि रचनाएँ तमाम पाठकों तक आसानी से पहुंच सकें
श्री पे्रम जनमेजय जी
सादर अभिवादन
व्यंग्य यात्रा का श्री लाला शुक्ल जी पर एकाग्र अंक हर दृष्टि से बहुत ही उपयोगी है। हिंदी साहितय में यह अंक लम्बे समय तक चर्चित रहेगा। इस अंक की समीक्षा मैंनं अपने ब्लाग पर प्रकाशित की है। आपकी प्रतिक्रिया से अवश्य ही अवगत कराएं।
अखिलेश शुक्ल
संपादक कथा चक्र
http://katha-chakra.blogspot.com
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