tag:blogger.com,1999:blog-6925436847523149288.post7434508122668771741..comments2023-10-20T04:04:33.105-07:00Comments on प्रेम जनमेजय: प्रेम जनमेजय का व्यंग्य-अंधेरे के पक्ष में उजालाप्रेम जनमेजयhttp://www.blogger.com/profile/17737952068937436374noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-6925436847523149288.post-66518437245752099202009-10-29T11:02:16.519-07:002009-10-29T11:02:16.519-07:00achankak aaj aapka blog dekha. maza aa gaya. aapki...achankak aaj aapka blog dekha. maza aa gaya. aapki anek rachnaye parhi hai, lekin blog me parhne kaa maza hi kuchh aur hai. badhai...fir ek samman pane ke liye. samman to jaise aapke peechhe hi pad gaye hai. kahte hai..ham bhi pade hai rahon me.aisa saubhagy kam logo ko hi milta hai.girish pankajhttps://www.blogger.com/profile/16180473746296374936noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6925436847523149288.post-54392456844512212682009-10-20T00:15:36.585-07:002009-10-20T00:15:36.585-07:00च्चच.... आख़िर आपने भी बेचारे को भगा दिया. ऐसा करिए...च्चच.... आख़िर आपने भी बेचारे को भगा दिया. ऐसा करिए उसे किसी 7 सितारा रिसॉर्ट में भेज दीजिए. आजकल रिसॉर्ट में एक ज़ू होता है. उसमें वे दुर्लभ जंतुओं को रखते हैं. उजाला भी थोड़े दिनों दुर्लभ होने ही वाला है. वे शायद उसे रख लें. पर ज़रा सतर्कतापूर्वक यह काम करिएगा. कहीं बिजली विभाग वाले उसे न लें. उन्होंने उसके ऊपर कुछ करोड़ का ईनाम रखा है - ज़िन्दा या मुर्दा जहां भी जैसे भी मिले...इष्ट देव सांकृत्यायनhttps://www.blogger.com/profile/06412773574863134437noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6925436847523149288.post-83674583445189098172009-10-17T08:57:42.884-07:002009-10-17T08:57:42.884-07:00यह दिया है ज्ञान का, जलता रहेगा।
युग सदा विज्ञान क...यह दिया है ज्ञान का, जलता रहेगा।<br />युग सदा विज्ञान का, चलता रहेगा।।<br />रोशनी से इस धरा को जगमगाएँ!<br />दीप-उत्सव पर बहुत शुभ-कामनाएँ!!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6925436847523149288.post-69967184311060678172009-10-17T01:05:06.799-07:002009-10-17T01:05:06.799-07:00आपकी रचनाओं का मैं फ़ैन तो हूँ ही, अपने सँकल्न में ...<i><br /><br />आपकी रचनाओं का मैं फ़ैन तो हूँ ही, अपने सँकल्न में मैंने <br /><a href="http://amar8weblog.blogspot.com/2009/10/blog-post_15.html" rel="nofollow"> आपकी एक पोस्ट </a> को भी लिया है । यह भी बहुत ही सँयत और बहुत सटीक रचना है । दीपावली की शुभकामनायें !<br /><br /></i>डा. अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/12658655094359638147noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6925436847523149288.post-8722508707541168422009-10-16T12:47:46.374-07:002009-10-16T12:47:46.374-07:00जनमेजय जी हमेशा की तरह आपका यह व्यंग्य पसन्द आया ।...जनमेजय जी हमेशा की तरह आपका यह व्यंग्य पसन्द आया । -शरद कोकासशरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6925436847523149288.post-47062193533824750662009-10-16T10:36:18.058-07:002009-10-16T10:36:18.058-07:00अन्धेरा कायम है....
बहुत ही उम्दा और स्तरीय व्यंग...अन्धेरा कायम है....<br /><br />बहुत ही उम्दा और स्तरीय व्यंग्यराजीव तनेजाhttps://www.blogger.com/profile/00683488495609747573noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6925436847523149288.post-28295675001124741502009-10-16T09:41:24.577-07:002009-10-16T09:41:24.577-07:00बेहतरीन व्यंग..बहुत अच्छा लगा..
दीवाली की आपको हार...बेहतरीन व्यंग..बहुत अच्छा लगा..<br />दीवाली की आपको हार्दिक शुभकामनाएँ!!!विनोद कुमार पांडेयhttps://www.blogger.com/profile/17755015886999311114noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6925436847523149288.post-20099505678824147072009-10-16T09:36:13.213-07:002009-10-16T09:36:13.213-07:00उजाले का सारा जाला
अंधेरे-पक्ष में कर डाला
दीवाली ...उजाले का सारा जाला<br />अंधेरे-पक्ष में कर डाला<br />दीवाली होती है दिवाला<br />इसे साबित कर डाला।<br /><br /><br />देखी उजाले की कारीगरी तो भ्रम सारा टूट गया<br />सुबह उठकर देखा मैंने अंधेरा उजाले से रूठ गया।अविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6925436847523149288.post-25714275573716894882009-10-16T09:28:41.446-07:002009-10-16T09:28:41.446-07:00सटीक व्यंग्य
दिवाली की हार्दिक ढेरो शुभकामनाओ के स...सटीक व्यंग्य<br />दिवाली की हार्दिक ढेरो शुभकामनाओ के साथ, आपका भविष्य उज्जवल और प्रकाशमान हो .महेन्द्र मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/00466530125214639404noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6925436847523149288.post-29480530670105162072009-10-16T09:03:01.374-07:002009-10-16T09:03:01.374-07:00आपका व्यंग्य बहुत बढ़िया है।
आज खुशियों से धरा को...आपका व्यंग्य बहुत बढ़िया है।<br /><br />आज खुशियों से धरा को जगमगाएँ!<br />दीप-उत्सव पर बहुत शुभ-कामनाएँ!!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6925436847523149288.post-38518694466522670872009-10-16T08:58:44.387-07:002009-10-16T08:58:44.387-07:00बेहतरीन सटीक व्यंग्य!!
सुख औ’ समृद्धि आपके अंगना ...बेहतरीन सटीक व्यंग्य!!<br /><br />सुख औ’ समृद्धि आपके अंगना झिलमिलाएँ,<br />दीपक अमन के चारों दिशाओं में जगमगाएँ<br />खुशियाँ आपके द्वार पर आकर खुशी मनाएँ..<br />दीपावली पर्व की आपको ढेरों मंगलकामनाएँ!<br /><br />-समीर लाल ’समीर’Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6925436847523149288.post-71843233472447055322009-10-16T07:42:19.575-07:002009-10-16T07:42:19.575-07:00बहुत उम्दा व्यंग्य!बहुत उम्दा व्यंग्य!दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6925436847523149288.post-30400683702093551602009-10-16T07:05:30.125-07:002009-10-16T07:05:30.125-07:00बहुत ही उम्दा........
कमाल की कारीगरी है प्रेमजी...बहुत ही उम्दा........<br /><br />कमाल की कारीगरी है प्रेमजी.......<br /><br />हाथों में जादू है क्या ?<br /><br />अभिनन्दन !<br /><br /><br />आपको और आपके परिवारजन को<br />दीपोत्सव की हार्दिक बधाइयां<br />एवं मंगल कामनायें.......Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09116344520105703759noreply@blogger.com