tag:blogger.com,1999:blog-6925436847523149288.post7310869538711869034..comments2023-10-20T04:04:33.105-07:00Comments on प्रेम जनमेजय: व्यंग्य---ज्यों-ज्यों बूड़े श्याम रंगप्रेम जनमेजयhttp://www.blogger.com/profile/17737952068937436374noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-6925436847523149288.post-8974988013726344422009-05-09T01:47:00.000-07:002009-05-09T01:47:00.000-07:00और मगर किन्तु सच्चाई यही है भाई कि श्याम की ही बलि...और मगर किन्तु सच्चाई यही है भाई कि श्याम की ही बलिहारी है , सब गौशाले उनके , सारी गयाय उनकी , सारा सफेद दूध उनका , ग्वालनें उनकी , मलाई उनका और मक्खन भी उनका । साहित्य में इतनी मक्खनबाजी किसी भक्त ने किसी और की नहीं की । और तो और बंशी जो चैन नामक भाव और उपलब्धि की है वह भी एकमात्र उनके हाथ में है। आप क्या कर सकते हैं --- न रहेगा बांस न बजेगी बांसुरी का राग भी तो नहीं आलाप सकते। तो ष्याम रंग मेंDr.R.Ramkumarhttps://www.blogger.com/profile/09073007677952921558noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6925436847523149288.post-62098356092171981502009-05-09T01:46:00.000-07:002009-05-09T01:46:00.000-07:00और मगर किन्तु सच्चाई यही है भाई कि श्याम की ही बलि...और मगर किन्तु सच्चाई यही है भाई कि श्याम की ही बलिहारी है , सब गौशाले उनके , सारी गयाय उनकी , सारा सफेद दूध उनका , ग्वालनें उनकी , मलाई उनका और मक्खन भी उनका । साहित्य में इतनी मक्खनबाजी किसी भक्त ने किसी और की नहीं की । और तो और बंशी जो चैन नामक भाव और उपलब्धि की है वह भी एकमात्र उनके हाथ में है। आप क्या कर सकते हैं --- न रहेगा बांस न बजेगी बांसुरी का राग भी तो नहीं आलाप सकते। तो ष्याम रंग मेंDr.R.Ramkumarhttps://www.blogger.com/profile/09073007677952921558noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6925436847523149288.post-59627722554580978592009-03-09T05:01:00.000-07:002009-03-09T05:01:00.000-07:00Dear Prem Janmejay,I read your व्यंग्य--मेरे स्लमड...Dear Prem Janmejay,<BR/><BR/>I read your व्यंग्य--मेरे स्लमडाॅग जीजाजी ,its really very good.Pravasi Todayhttps://www.blogger.com/profile/14197101094254993730noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6925436847523149288.post-16942503131959358252009-02-12T08:01:00.000-08:002009-02-12T08:01:00.000-08:00ओबामा के अमेरिका का प्रधानमंत्रीबनने से यह धारणा भ...ओबामा के अमेरिका का प्रधानमंत्री<BR/>बनने से यह धारणा भी बदलती <BR/>हुई नजर आ रही है<BR/>अब न उजला होना महत्वपूर्ण है<BR/>बाहर का उजला होना तो महत्वपूर्ण है ही नहीं<BR/>अंदर का उजला होना चाहिए बस्स।अविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6925436847523149288.post-85060034489939892962009-02-12T07:36:00.000-08:002009-02-12T07:36:00.000-08:00प्यारे आजकल उजला वही है जो श्याम के रंग में डूबा ह...प्यारे आजकल उजला वही है जो श्याम के रंग में डूबा है । आजकल उजला होना महत्वपूर्ण नहीं है उजला दिखना महत्वपूर्ण है ।<BR/>सत्य वचन महराज!<BR/>मुझे तो आज मालूम हुआ कि आप भी बिलॉग पर आ चुके हैं और उहो सन दुइ हज़ार साते में. अब रेगुलर विजिटते रहेंगे.इष्ट देव सांकृत्यायनhttps://www.blogger.com/profile/06412773574863134437noreply@blogger.com